एक से एक मिले तो कतरा बन जाता है दरिया
एक से एक मिले तो ज़र्रा बन जाता है सेहरा
एक से एक मिले तो राई बन सकती है परबत
एक से एक मिले तो इंसान बस में करले किस्मत
हा दोस्तों हम भी एक से एक मिलकर समाज में एक बहुत बड़ा परिवर्तन ला सकते है.
हम अपने प्रायशो से अपना और देश का और समाज का भला कर सकते है.
बस जरुरत है अपने अंदर की काबिलियत को पहचाने की और मिलजुल कर कदम बढाने की.
दोस्तों हम में से हर एक के अंदर कुछ खाश गुण और स्किल्स है .
आप सभी के सहयोग से विश्वकर्मा समाज एक एक करके २ हज़ार की संख्या पार कर चुके है
हमलोग सभी मिलकर प्रयाश करे तो अपने विश्वकर्मा समाज को सबसे ऊचाई पर पंहुचा सकते है.
vichar में kranti और फिर सामाजिक kranti ही हमारा मकसद है जिससे समाज की
साडी बुराइयाँ दूर हो हो जाये और हम एक सभ्य, सामाजिक नागरिक बने.agar aap
bhi is samazik kranti me bhagidar banna chahte hai to apna name address
and apna skillset mujhe email kare
जय बाबा विश्वकर्मा
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